छुड़ा दो कैद से मेरा मन चमन, गूंजेगी तभी धुन, बजेंगे सरगम। छुड़ा दो कैद से मेरा मन चमन, गूंजेगी तभी धुन, बजेंगे सरगम।
हम लाख कोस लें खाकी को, पर हमारा दामन भी बेदाग नहीं। हक से ज्यादा हो जिम्मेदारी, हम हम लाख कोस लें खाकी को, पर हमारा दामन भी बेदाग नहीं। हक से ज्यादा हो जिम्...
चल रहे हैं रास्ते मुसाफिर भी जा रहे कुछ बिछ़ुड़ रहे तो कुछ मिल रहे !! खुल रही हैं खि चल रहे हैं रास्ते मुसाफिर भी जा रहे कुछ बिछ़ुड़ रहे तो कुछ मिल रहे !! ख...
कड़ी मेहनत लगी थी जिस घर को बनाने में उसका वो छत अब छीन रहा था शायद। पर हमें क्या फ़ कड़ी मेहनत लगी थी जिस घर को बनाने में उसका वो छत अब छीन रहा था शायद। पर...
फिर एक दिन एक एन जी ओ ने उन्हे दिया सम्मान , और मदद के लिए उन्हे नंबर का दिया ये नाम फिर एक दिन एक एन जी ओ ने उन्हे दिया सम्मान , और मदद के लिए उन्हे नंबर का दिया...
बेदर्दी से रौंदकर लूट ली फिर आबरू एक बेटी की, देखो इज्जत तार तार कर दी आज फिर एक बेट बेदर्दी से रौंदकर लूट ली फिर आबरू एक बेटी की, देखो इज्जत तार तार कर दी ...